September 15, 2011

कुछ यूँ ही .. जन्मदिन मुबारक हो मुझे.. :)

अरसे से कोई नज़्म/ कोई गज़ल नहीं हुई, ये नज़्म पिछले साल अपने जन्मदिन पर कही थी॥ इस साल अगर कुछ कह पाई तो ज़रूर आपसे सांझा करुँगी॥ फिलहाल यही । आपकी दुआओं की दरकार है॥

...............
जो
आज है वो कल था, होगा फिर से कभी
गुजर रहा है वक्त इसको थाम लेना क्यों
फिर आज इसने पलट कर बढ़ा दी उम्र मेरी
छुपाऊं कैसे झुर्रियाँ ये सोचती हूँ मैं
पलट पलट के गुज़रे लम्हे झांकती हूँ मैं

बड़ा मासूम सा बचपन कहीं पे बैठा है
उदास चेहरे को ढक कर के अपने हाथों से
पुकारता है, ढूँढता है, अपने साथी को
छुडा के आई थी जोश ए जुनूं में हाथ उस से
वहीँ पे बैठा है अब तक, वो राह तकता है

जो आई थी तो मेरे पाँव लौट ही न सके
दरक्क्षा राहों के रंगीन खाब भाने लगे
मैं खो गई कहीं इस चमचमाती दुनिया में
बिसर गए वो दिन पुराने ज़ेहन से भी मेरे

जो वक्त ने ली करवटें तो हकीकत देखी
उतर गए नकाब चेहरों से धीरे धीरे
ना मिला कोई दोस्त मुझको याँ बचपन जैसा
तो याद आया मुझे फिर वही मासूम सनम
मेरा बचपन, मेरा साथी, वो दर्द का मरहम

बहुत ही चाहा लौटना मगर मैं जा न सकी
ये वक्त डाल गया बेडियाँ पाँव में मेरे
तडपती, चीखती रही मैं मिलने बचपन को
मगर ना लौट के जा पाई उसके पास कभी

उदास आँखें लिए आज सोचती हूँ मैं
भला ही होता अगर मैं न आई होती यहाँ
ये उम्र का पड़ाव आज बहुत खाली है
खुशी का नाम नहीं दर्द बढ़ता जाता है
मुझे ये जन्मदिन क्यूँकर भी नहीं भाता है
आज बचपन के लिए दिल तड़प सा जाता है..
आज बचपन के लिए दिल तड़प सा जाता है..!!

10 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

दीपाली ,

जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनायें ... प्यार और आशीर्वाद

Er. सत्यम शिवम said...

many many happy returns of the day..God bless u:)

Smart Indian said...

बार-बार दिन ये आये! हार्दिक मंगलकामनायें!

संजय भास्‍कर said...

बेहद खूबसूरती से मन के भाव लिखे हैं..यादों को भुलाने की असफल कोशिश..बहुत सुन्दर.

संजय भास्‍कर said...

बहुत सुन्दर भाव ....बहुत अच्छी प्रस्तुति
जन्म दिन की ढेरों बधाईयाँ और शुभकामनाएँ !

Archana Chaoji said...

जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं ..बचपन लौट कर तो नहीं आ सकता पर बचपन को जिया जा सकता है....

प्रवीण पाण्डेय said...

जन्मदिन की हार्दिक बधाई।

Akhil said...

Jandin Ki dheron shubkaamnayen..

Shaifali said...

Deepali....aap bahut hi achcha likhti hai.

aapke shabdo mai sach aur duh dono hi jhalakte hai....hamesha hi aapke shabd badkar mann khush hota hai. Bahut saare blogs par bahut achcha likhte hai..but yours is one of my favourite ones.

I wish you all the happiness & love in life.

-Shaifali
http://guptashaifali.blogspot.com

Ravi Rajbhar said...

Ohhhhhhh,
miss kar gaya na apne fevorate writer ko wish karna...
koi bat nahi abse,,,

APKO JANMDIN KI HARIDK SUBHKAMNAYE.....AP MERE NAM SE EK SWEETS KHA LIJIYEGA.
ap jiyo hazaro shal.